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*वृश्चिक राशि में आ गए सूर्य देव, लाएंगे रेकॉर्ड तोड़ सर्दी और किसानों के लिए यह बड़ी खुशखबरी*

 *वृश्चिक राशि में आ गए सूर्य देव, लाएंगे रेकॉर्ड तोड़ सर्दी और किसानों के लिए यह बड़ी खुशखबरी*

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✍🏻ज्योतिष ग्रंथ बृहत् संहिता के अनुसार सूर्य के वृश्चिक राशि में प्रवेश के समय बनने वाली कुंडली से सर्दी में बोई जाने वाली फसलों के संबंध में फलकथन लिया जाता है डॉ अशोक श्रीश्रीमाल के अनुसार अक्टूबर के मध्य में जब सूर्य वृश्चिक राशि में प्रवेश करते हैं तब किसान रबी की फसल को लगाने की तैयारी कर रहे होते हैं, बृहत् संहिता में कहा गया है कि सूर्य से केंद्र में या सूर्य के दोनों ओर यदि शुभ ग्रह (गुरु, शुक्र या बुध) आ जाएं तब सर्दी में बोकर गर्मी में काटी जाने वाली फसलें (जिन्हें वर्तमान में रबी फसल कहते हैं) अच्छी पैदावार देती हैं। इसके साथ ही सूर्य के वृश्चिक राशि प्रवेश की कुंडली से आगामी महीनों के सर्दी के मौसम का अनुमान भी लगाया जाता है।

✍🏻सूर्य का वृश्चिक राशि में प्रवेश 16 नवंबर को सुबह 6 बजकर 54 मिनट्स पर हुआ है। वृश्चिक लग्न की इस कुंडली में सूर्य के साथ जलीय ग्रह चन्द्रमा और छाया ग्रह केतु स्थित है। सूर्य से अगली राशि में गुरु तथा पिछली राशि में बुध स्थित है जिसके कारण इस वर्ष रबी की फसलों का बुवाई का रकबा बढ़ेगा और पैदावार भी उत्तम होगी। गेहूं, जौ, सरसों, मटर और तिलहन जैसे रबी की पारपंरिक फसलों की पैदावार अच्छी होगी। शनि इस समय गोचर में जलीय राशि मकर में चल रहे हैं जहां गुरु भी आगामी 20 नवंबर को उनसे युति करेंगे जिससे सर्दी जल्दी आएगी और देश के कई हिस्सों में अच्छी वर्षा होगी। इस वर्ष सर्दियों के मौसम में अच्छी वर्षा से रबी की फसल उत्तम होगी और प्रदुषण से आम-जनता को रहत मिलेगी, किन्तु सूर्य के वृश्चिक राशि में प्रवेश के समय केतु से युति होने के कारण कोरोना वायरस और अन्य श्वास संबंधी रोगों में वृद्धि होगी। दिसंबर और जनवरी के महीनों में शनि और गुरु की नज़दीकी अंशों में युति के कारण सर्दी पिछले कई दशकों का रिकॉर्ड तोड़ देगी.!!