कैसा होगा 2021 जाने धनू से मीन राशि तक
🌸🌸महालक्ष्मी वर्ष 2020-21🌸🌸
डॉ अशोक श्रीश्रीमाल ने बताया कि दीपावली से नए वर्ष महालक्ष्मी वर्ष का आरंभ माना जाता है। इस महालक्ष्मी वर्ष में देवी लक्ष्मी की आप पर कितनी कृपा रहेगी?
नौकरी, व्यवसाय, स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन के लिए अगला एक साल यानी साल 2020 की दिवाली से 2021 की दिवाली तक का समय कैसा गुजरेगा
*0⃣9⃣ 🏹धनु :~ भ, ध,फ👉* : इस बार की दिवाली कुछ अलग अंदाज में मुस्कुराई है।
👉अमावस की यह अंधेरी रात उजालों का दुशाला ओढ़ कर धनु राशि के लोगों को रोशन करने आई है।
👉राशि के स्वामी ऋषि अंगिरा और मां सुरूपा के पुत्र बृहस्पति इस दिवाली पर अपनी ही राशि धनु में होंगे।
👉20 नवंबर को जब बृहस्पति मकर में जाएगा, स्वर्ण पाद का दूसरा गुरु धन का आकस्मिक लाभ कराएंगे।
👉5 अप्रैल को बृहस्पति कुंभ में कदम रखेगा, तनावग्रस्त कर सकता है।
👉स्वर्ण चरण का तृतीय गुरु जीवनसाथी से मतभेद का सूत्रपात करेगा।
👉देह में पीड़ा हो सकती है।
👉16 सितंबर को गुरु जब उलटी चाल से मकर लौटेंगे, ताम्रचरण द्वितीय गुरु जेब गर्माहट देगा।
👉शनि मकर में है।
👉अतएव इस राशि के लोग साढ़ेसाती के अंतिम चरण को भोग रहे हैं।
👉लौह पाद का दूसरा शनि धन की हानि करेगा।
👉राहु वृष व केतु वृश्चिक में गतिशील हैं।
👉विधाता का संकेत है कि लौह पाद का छठा राहु और बारहवां केतु कामयाबी की नींव रखेगा और होठों पर मुस्कान का सबब बनेगा।
👉रुके काम बनने से आनंद मिलेगा।
👉मनोबल से नए सोपान तय होंगे।
👉परदेस से कोई बढ़िया समाचार हौसले की चादर में बेल-बूटे गढ़ेगा।
👉आभामंडल का विस्तार होगा।
👉किसी खास विषय पर किताब या ग्रंथ लिखने की इच्छा परवान चढ़ेगी और कुछ महीनों में फुस्स हो जाएगी।
👉आपके भीतर से गंगा की तरह किसी सुप्त कला का प्राकट्य होगा।
👉विरोधी सम्मान में इजाफा करेंगे पर अपने लोग ही पलीता लगाएंगे।
👉किसी अपने के द्वारा उलटे आशीर्वचन से ठेस पहुंचेगी।
👉बहस से बचें अन्यथा तिल का ताड़ नही पहाड़ बनेगा।
👉उधार दिए धन की वापसी का वादा बार-बार कांच की तरह छन्न से टूट जाएगा।
👉जिंदगी जलेबी सी नडर आएगी।
👉कभी कसमसाएगी, कभी मुस्कुराएगी।
👉ग्रह मंत्र- ओम ऐं श्रीं बृहस्पतये नम:। 👉शुभ रंग- लाल, पीला, सुनहरा 👉शुभ अंक– 3,9 👉शुभ ग्रह- सूर्य, चंद्रमा 👉शुभ दिशा– उत्तर-पूर्व
*1⃣0⃣ 🐏मकर :~ ख, ज👉* : दीपावली का दीपक इस बार सूरज की तरह चमचमाएगा और मकर राशि वालों के जीवन में उजाला रोप जाएगा।
👉इस राशि के मालिक सूर्यपुत्र शनि अपनी ही राशि मकर में गतिशील हैं।
👉फलस्वरूप इस राशि के लोग शनि की साढ़ेसाती के दूसरे चरण को भोग रहे हैं।
👉स्वर्ण पाद का प्रथम शनि दैहिक कष्ट दे सकता है।
👉यह शनि शिक्षा और अनुभवों से भविष्य में सम्मान प्रदान करेगा।
👉राहु वृष व केतु वृश्चिक में रहेंगे और नई चुनौतियों से मुकाबला करेंगे।
👉विधाता का संकेत है कि ताम्र पाद का पंचम राहु और एकादश केतु जीवन के सफ़हे पर नई उम्मीदें उकेरेगा।
👉ऐश्वर्य और आनंद पलक पांवड़े बिछाएगी, जेब मुस्कुराएगी।
👉संतान को परेशान हो सकती है।
👉बृहस्पति धनु में है।
👉20 नवंबर को बृहस्पति मकर में जाएगा, ताम्र पाद का पहला गुरु प्रतिष्ठा पर कीचड़ उड़ाएगा।
👉5 अप्रैल को गुरु कुंभ में जाएगा, धन लाभ कराएगा।
👉ताम्र पाद द्वितीय गुरु करियर को नया आयाम और ऊंचा मुकाम देगा।
👉16 सितंबर को जब वक्री गुरु मकर में जाएंगे, दिल दुखाएंगे।
👉स्वर्णपाद का पहला गुरु प्रतिष्ठा को आघात पहुंचाता है।
👉अल्पकालिक निवेश के परिणाम उद्विग्न कर सकते हैं।
👉दिसंबर में आप कसमसाएंगे और स्वयं को किसी झमेले की चक्की में फंसा पाएंगे।
👉संभाषण के दरमियान लफ्जों के चयन में सतर्क रहें और संप्रेषण से पहले हर शब्द को अपनी कसौटी पर तौल लें।
👉भौतिक आकांक्षाएं और कामेच्छा दुर्बल होगी।
👉ग्रह मंत्र- ओम श्रीं प्रां प्रीं प्रौं स: शं शनेश्चराय नम:। 👉शुभ रंग- हरा, भूरा 👉शुभ अंक- 4,6 👉शुभ ग्रह- शुक्र, बुध, राहु 👉शुभ दिशा- पूर्व
*1⃣1⃣ ⚱️कुंभ :~ ग, स, श, ष👉* : उजालों का पर्व दिवाली कुंभ राशि वालों के लिए अपने दामन की कंदीलों में दीप नही सूरज लेकर आया है।
👉इस महानिशा में न्यायाधीश शनि, अपने बासठ चंद्रमाओं को गले में मफलर की मानिंद लपेटे, स्वयं की राशि मकर में चक्रमण कर रहे हैं।
👉लिहाजा इस राशि के लोग साढ़ेसाती के प्रथम चरण के अधीन है।
👉ताम्रपाद का द्वादश शनि तनाव का सृजन करेगा। कर्ज में इजाफा हो सकता है।
👉आर्थिक संकोच का सूत्रपात होगा।
👉लेकिन सद आचरण से आनंद भी मिलेगा।
👉राहु वृष और केतु वृश्चिक में हैं, शुभ कर्म में रुचि होगी।
👉रजत पाद का चौथा राहु और दसवां केतु मनोबल बढ़ाएगा।
👉अपनों से कष्ट मिल सकता है।
👉आर्थिक संबल मिलेगा।
👉बृहस्पति धनु राशि में हैं।
👉20 नवंबर को बृहस्पति मकर में जाएगा, रजत पाद का द्वादश गुरु व्यय बढ़ाएगा।
👉नेत्र में पीड़ा और पैरों तथा पीठ में दर्द रहेगा।
👉5 अप्रेल को गुरु कुंभ में चरण रखेगा, भय का सूत्रपात करेगा।
👉रजत पाद का पहला गुरु संपत्ति से लाभ देगा।
👉16 सितंबर को गुरु उलटी चाल से मकर में जाएंगे।
👉रजत पाद का द्वादश गुरु कोष में कमी करता है।
👉यह गुरु सेहत पर भी उलटा असर डालेगा।
👉भौतिक समृद्धि कायम तो रहेगी पर सुख उनसे नही, किसी आंतरिक अहसास से ही मिलेगा।
👉देह के निचले और पृष्ठ भाग में पीड़ा हो सकती है।
👉तंत्र-मंत्र की ओर रुझान होगा। 👉ग्रह मंत्र– ओम श्रीं प्रां प्रीं प्रौं स: शं शनेश्चराय नम:। 👉शुभ रंग- हरा, सफ़ेद 👉शुभ अंक- 5, 6 👉शुभ ग्रह- बुध, शुक्र 👉शुभ दिशा- उत्तर-पूर्व
*1⃣2⃣ 🐠मीन :~ द, च👉* : दीपावली की रात दीपक की तरह मुस्कुराएंगे और मीन राशि के दामन में उम्मीद के जुगनू जगमगाएंगे।
👉मीन राशि के मालिक ऋषि अंगिरा और मां सुरूपा के पुत्र बृहस्पति उजाले के पर्व पर अपनी ही राशि में विराजमान हैं।
👉20 नवंबर को जब बृहस्पति मकर में चरण रखेगा, लौह पाद का एकादश गुरु जेब में गर्मी देगा।
👉5 अप्रैल को जब बृहस्पति कुंभ में जाएगा, हीरे की तरह तराश कर काबिल बनाएगा।
👉लौह चरण का द्वादश गुरु कारोबार में हानि और क्लेश का सूत्रपात करेगा।।
👉16 सितंबर गुरु अपनी टेढ़ी चाल से मकर में प्रवेश करेगा।
👉लौह पाद का एकादश गुरु उम्मीद से आधा लाभ देगा और तनाव दोगुना हो सकता है।
👉शनि, मकर में हैं।
👉रजतपाद का एकादश शनि करियर में कमाल करेगा।
👉प्रतिष्ठा परवान चढ़ेगी।
👉राहु वृष व केतु वृश्चिक में रहेंगे।
👉विधाता का संकेत है कि स्वर्ण पाद का तीसरा राहु और नवां केतु सर्वत्र सफलता देगा और शुभ कार्यों को संपादित करेगा।
👉नई उम्मीदें रोशन होंगी।
👉मान-सम्मान को पंख लगेंगे।
👉घर के बाहर पूछ बढ़ेगी।
👉पर इस हफ़्ते ऐसा भी होगा, सपने ज़्यादा पर नींद आंखों में कुछ कम होंगी।
👉बढ़ता खर्च बेचैन करेगा।
👉थोड़ा थोड़ा क्रोध बढ़ेगा।
👉जब बोलें मीठा ही बोलें।
👉वरना रिश्तों पर फर्क पड़ेगा।
👉वक्त ठंडी हवा की बयार सा आ रहा है और आपके लिए नवीन संभावनाओं व उम्मीदों का जखीरा ला रहा है।
👉करियर में प्रतिष्ठा नए सोपान चढ़ेगी।
👉बौद्धिक क्षमता की धार बढ़ेगी।
👉आपकी क़ाबिलियत सबको नजर आएगी।
👉कामेच्छा के घोड़ों पर काबू पाना होगा। 👉ग्रह मंत्र- ओम ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:। 👉शुभ रंग- लाल, गुलाबी, मरून, पीला 👉शुभ अंक– 3,9 👉शुभ ग्रह- सूर्य, चंद्रमा 👉शुभ दिशा- उत्तर-पर्व