नवंबर 2020 ईस्वी
डॉ अशोक श्रीश्रीमाल
नवंबर 2020 ईस्वी का प्रारंभ रविवार कार्तिक प्रतिपदा एवं कार्तिक स्नान से होगा तारीख 4 को कठिन निर्जला व्रत करवा चौथ एवं गणेश चतुर्थी व्रत होगा इस दिन चंद्रोदय रात 8:13 पर होगा तारीख 6 को स्कंद षष्ठी व्रत तारीख 8 को अहोई अष्टमी श्री राधा जयंती तारीख 11 को एकादशी व्रत एवं तारीख 12 को प्रदोष व्रत के साथ धनतेरस रहेगी तारीख 13 को नरक चतुर्दशी रूप चतुर्दशी एवं तारीख 14 को दीपावली लक्ष्मी पूजा कुबेर पूजन आदि अभिजीत कॉल प्रदोष काल स्थिर लग्न एवं महानिशा काल में होगा तारीख 15 को गोवर्धन पूजा भगवान कृष्ण की पूजा अन्नकूट गौ कीड़ा बली पूजा एवं तारीख 16 सोमवार को भाई दूज एवं चित्रगुप्त पूजा की जाएगी तारीख 18 को गणेश चतुर्थी व्रत एवं तारीख 19 को सौभाग्य पंचमी का व्रत तथा तारीख 20 नवंबर को सूर्य षष्टि का व्रत डाला छठ किया जाएगा तारीख 21 को 2:23 दिन से पंचक प्रारंभ होंगे तारीख 23 को अक्षय नवमी तारीख 25 को देवउठनी ग्यारस तुलसी विवाह आदि कार्य संपन्न होंगे तारीख 26 को पंचक 10 26 रात में समाप्त होंगे तारीख 27 को शिवपूजन प्रदोष व्रत एवं तारीख 28 को बैकुंठ चतुर्दशी तथा तारीख 29 को व्रत की पूर्णिमा एवं तारीख 30 को स्नान दान त्रिपुरारी पूर्णिमा 2:00 बजे दिन तक रहेगी तथा कार्तिक स्नान समाप्त होंगे इस दौरान पूरे महा गुरु शुक्र तारा पूर्व दिशा में उदित रहेंगे
इस माह की ग्रह स्थिति
सूर्य तुला राशि में तारीख 16 को वृश्चिक में मंगल मीन, में बुध तुला में, तारीख 28 को वृश्चिक में, गुरु धनु में तारीख 8 को मकर में, शुक्र कन्या में, तारीख 16 को तुला में , शनि धनु में, तारीख 12 को पुनः मकर में, शनि सूक्ष्म गणित से राहु वृष राशि में एवं केतु वृश्चिक राशि में भ्रमणरत व्रत रहेंगे ।
इस माह के शुभ योग
सर्वार्थ सिद्धि योग तारीख 2,4, 5,6 ,11,14, 16, 20, 21, 24, 26, 27 ,30, तारीख को रहेगा। द्विपुष्कर योग तारीख 21 को त्रिपुष्कर योग तारीख 1 को एवं शनि पुष्य योग तारीख 7 को रहेगा ।
इस माह के सुभ मुहूर्त
विवाह मुहूर्त तारीख 26, 30 नूतन गृह प्रवेश तारीख 20 ,21, 26, 30, गृहारंभ तारीख 25 ,26, 30 ,कर्ण भेद तारीख 26, नामकरण तारीख 5, 20, 25 ,26, 30 दुरागमन तारीख 25, 30 शल्यक्रिया तारीख 3,17 औषधि 7, तारीख 5,26 वाहन क्रय तारीख 20, 22 व्यापार आरंभ तारीख 25, 26, 30 धार्मिक अनुष्ठान 5, 20, 22 राज्यसेवा ग्रहण तारीख 26 संपदा करें तारीख 5, 25 नवंबर माह का मांस फल
इस माह मंगल के साथ बुध भी बक्री रहेगा तथा वृश्चिक राशि पर पंच ग्रही योग का प्रभाव रहेगा वृश्चिक राशि में केतु चंद्र शुक्र बुध सूर्य इकट्ठे हो जाएंगे एक राशि में पांच ग्रहों का होना अशुभ सूचक माना जाता है इससे देश में अराजकता की स्थिति एवं युद्ध जैसे हालात पैदा हो जाते हैं आतंकी गतिविधियों में वृद्धि होती है साथ ही स्वराशि का शनि न्याय व्यवस्था में कसावट लाता है कार्तिक अमावस्या रविवारी होने के कारण देशों में परस्पर युद्ध की संभावना बढ़ती है मध्य प्रदेश की प्रभाव राशि मकर एवं भाजपा की प्रभाव राशि कुंभ का स्वामी शनि स्वराशि में है अतः उपचुनाव में इस पार्टी को विजय प्राप्त होगी वृश्चिक की संक्रांति के प्रभाव से अनाज के मूल्यों में वृद्धि के संकेत गृह दे रहे हैं सूर्य भगवान दक्षिणायन रहेंगे तारीख 17 से हेमंत ऋतु प्रारंभ होगी।