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रोहिणी नक्षत्र के जातक

 

रोहिणी नक्षत्र में सत्यवादी , शास्त्रोक्त आचार करने वाला , सदाचारी , कम लोभी , काम , क्रोध , मद आदि को नियन्त्रित रखने वाला , पुत्रवान , से युक्त , विद्वान , दानी , धैर्यशाली , समयानुसार थोड़े शब्दों में ही अधिक बात कह जाने वाला , मस्ताने बैल के समान चाल वाला , स्थिर विचारों वाला , तेजस्वी होता है । इन जातकों को सम्भोग में विशेष रुचि होती है । ये लोग सांसारिक सुख अधिक भोगते हैं । बोलने में कोमलता , काम में कुशलता , चरित्र में शोभनता इनके विशेष गुण होते हैं । 


ये लोग शब्दों के बहुत अच्छे खिलाड़ी होते हैं । बातों - बातों में ही दूसरे के मन की तह खोल लेते हैं । 

खेती - बाड़ी से भी इन्हें लगाव होता है । ये लोग धर्म कर्म में कुशल होते हैं । सुन्दर व आकर्ष व्यक्तित्व इनकी विशेषता होती है । ये लोग जीवन में अच्छा धन कमा लेते हैं । वराह के मत से ये लोग प्रियभाषी व पराशर के मत से अल्पभाषी होते हैं । अत : दोनों गुणों को मिला दिया जाए तो सारगर्भित , कम व ठोस वचन वाला अर्थ स्पष्ट हो जाता है । 


स्वच्छताप्रिय , असत्यवादी , संगीत में रुचि रखने वाला , सामाजिक कार्यकर्ता , प्रसन्नचित्त , भूत - प्रेतों में विश्वास रखने वाला , प्रतिष्च का इच्छुक , ईमानदार व सत्यभाषियों का हित - सम्पादन करने वाला ।

( 1 ) प्रथम चरण में पतला पेट , क्रोधी स्वभाव , बकरे के समान या भेड़ के समान चिपड़ी आंखों वाला , बालों में भूरापन , धनवान् , दूसरों से रुपया निकलवाने का हुनर जानने वाला होता है । 

( ii ) दूसरे चरण में ऊँची नाक वाला , अत्यधिक छिपा क्रोध , साँप की तरह फुफकारने वाला , भारी व मजबूत शरीर , भरा चेहरा , घने बाल , भोग विलास में रत , लम्बे हाथ , भारी कन्धे , भारी कमर व गोरा रंग होता है ।

 ( iii ) तृतीय चरण सुन्दर नेत्र , स्थिर विचारधारा , चिकना व चमकीला शरीर , कोमलभाषी , हठी , मधुर परिहास करने वाला , पतला शरीर , निपुण होता है । 

( iv ) चतुर्थ चरण में स्त्री व पुत्र के शोक वाला , खोए हुए परिवारजनों की याद में बेहाल , मध्यम से थोड़ी अधिक लम्बी नाक , बड़ी आँखें , सधा हुआ शरीर , अपने लोगों से द्वेष करने वाला , भारी पैरों वाला व पतले बालों वाला होता है ।


💢 कुंडली में विराजमान ग्रहों के कारण हो सकता है  उपरोक्त फलादेश पूर्णत:  मिलान ना करे । क्योंकि नक्षत्र ,  लग्न एवं ग्रहों के प्रभाव को मिलाने के बाद ही आखरी फलादेश होता है ।