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सुर्य का कन्या राशि मे गोचर 16 सितंबर-17 अक्टूबर 2020
सूर्य का कुंडली में प्रभाव
यदि आपकी राशि में सूर्य अच्छी स्थिति में विराजमान है तो जीवन में आपको मनवांछित फलों की प्राप्ति होती है। सूर्य की अच्छी स्थिति आपको अच्छे कामों को करने की तरफ प्रेरित करती है। ऐसे जातकों को खुद पर पूरा नियंत्रण होता है। अगर किसी जातक की कुंडली में सूर्य बली है तो उसके मन में सकारात्मक विचार आते हैं और जीवन के प्रति उसका नज़रिया सकारात्मक होता है। वहीं अगर किसी कुंडली में सूर्य की स्थिति अच्छी न हो तो इसके बुरे प्रभाव आपको परेशान कर सकते हैं।
सूर्य के शुभ प्रभाव से विभिन्न कार्यक्षेत्र में उच्च पद की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में भी मान-सम्मान मिलता है। वहीं दूसरी तरफ यदि कुंडली पर सूर्य का अशुभ प्रभाव हो तो जातक को आँख संबंधी समस्या का योग, पिता को कष्ट और पितृ दोष की स्थिति बनती है। इसलिए जन्म कुंडली में सूर्य से संबंधित किसी भी परेशानी के समाधान के लिए ज्योतिष विशेषज्ञ सूर्य ग्रह से जुड़े विभिन्न उपाय अपनाने की सलाह देते है। सूर्य के गोचर के दौरान जातक को कैसा फल प्राप्त होगा, यह केवल और केवल इस बात पर निर्भर करता है कि उस गोचर के दौरान सूर्य एक कुंडली या राशि से किस भाव में संचरण कर रहा है। क्योंकि सभी 12 भावों में सूर्य के गोचर का परिणाम अलग-अलग होता है। समस्त संसार को उत्तम आरोग्य और जीवन प्रदान करने वाले सूर्य ग्रह का साल 2020 में 16 सितंबर 2020 को 19:07 मिनट पर सिंह से कन्या राशि में गोचर करेंगे 17 अक्टूबर 07:05 बजे तक सूर्य देव इसी राशि में रहेंगे और उसके बाद तुला राशि में गोचर कर जाएंगे। । सूर्य के गोचर काल के दौरान सभी राशि के जातकों को अलग-अलग फल मिलेंगे। सूर्य आत्मा का कारक ग्रह है और यह आपकी नेतृत्व क्षमता, प्रशासनिक क्षमता, पिता आदि का कारक है। यदि कुंडली में सूर्य मजबूत अवस्था में है तो ऐसा व्यक्ति राजा की तरह जिंदगी जीता है, वहीं जिस जातक की कुंडली में यह अच्छी अवस्था मे नहीं होता उसे जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सूर्य के इस राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों पर होगा। आईये इस भविष्यफल के माध्यम से जानते हैं समस्त 12 राशियों पर सूर्य के गोचर का क्या प्रभाव पड़ने वाला है।
सूर्य के गोचर का सभी राशियों पर असर होगा। हर राशियों पर होने वाले इसके प्रभाव कुछ इस तरह होंगे। यह राशि फल चन्द्र राशि पर आधारित है तथा बहुत ही सामान्य आधार पर है अतः किसी विशेष परिस्थिति में अपनी कुंडली की जाँच कराकर ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचे . अच्छे या बुरे परिणाम आपकी वर्तमान दशा- अंतर दशा पर निर्भर करते हैं.
मेष :~ अ, ल, इ: मेष राशि के षष्ठम भाव में सूर्य देव का गोचर होगा। यह भाव रिपु भाव के नाम से भी जाना जाता है और इस भाव से आपके रोग, ऋण, शत्रुओं के बारे में भी विचार किया जाता है। सूर्य का आपके षष्ठम भाव में विरारजमान होना आपके लिए शुभ संकेत लेकर आएगा। मेष राशि के जातक इस दौरान अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे।
यदि आप काम के सिलसिले में यात्रा करने वाले हैं तो इस गोचर के दौरान आपको उस काम में सफलता मिलेगी। इस राशि के जो जातक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं या, परीक्षाएं देकर अब परिणामों का इंतजार कर रहे हैं तो उन्हें भी इस समय काल में शुभ फलों की प्राप्ति होगी। वहीं जो जातक नौकरी पेशा से जुड़े हैं, उन्हें भी इस गोचर काल के दौरान लाभ मिलेगा।
इस राशि के कारोबारियों की बात की जाए तो उन्हें अपने कारोबार को फैलाने के बारे में इस समय विचार नहीं करना चाहिए, यदि आप वर्तमान स्थिति को ही बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे तो यह गोचर आपके लिए शुभ रहेगा। आपके प्रेम जीवन की बात की जाए तो अपने रिश्ते को लेकर आपका रवैया उदासीन हो सकता है जिससे पार्टनर के साथ आपके मतभेद हो सकते हैं। इस गोचर के दौरान मेष राशि के जातकों को अपनी संतान के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। हालांकि आपका स्वास्थ्य इस गोचर काल के दौरान अच्छा रहेगा।
वृषभ :~ ब, व, उ : वृषभ राशि के जातकों के पंचम भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। पंचम भाव आपकी शिक्षा और प्रेम जीवन का होता है इसलिए इन क्षेत्रों से जुड़े फल आपको इस दौरान मिलेंगे। हालांकि इस राशि के जिन लोगों की शिक्षा किसी वजह से बीच में ही छूट गई थी वो एक बार फिर शिक्षा प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ सकते हैं। इसके साथ ही प्रारंभिक शिक्षा अर्जित करने वाले जातकों के लिए भी यह समय अनुकूल रहने की पूरी संभावना है।
हालांकि इस राशि के जो जातक प्रेम संबंधों में पड़े हैं उन्हें इस दौरान दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। संभव है कि आप अपने पार्टनर की बात को समझने में असमर्थ हों और वो आपकी बात न समझ पाएँ। वहीं शादीशुदा लोगों को भी इस समय काल में बहुत सोच-समझकर आगे बढ़ने की सलाह दी जाती है। यदि आपके बच्चे हैं तो उनके व्यवहार में इस दौरान चिड़चिड़ापन आ सकता है और वो किसी चीज को पाने की जिद्द कर सकते हैं अगर आप उनकी जिद्द को पूरा नहीं कर सकते तो उन्हें प्यार से समझाने की कोशिश करें।
आपके व्यवहार में भी अहम की अधिकता सूर्य के इस गोचर के कारण आ सकती है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि निजी और पेशेवर जीवन में अपने अहम को हावी न होने दें नहीं तो समस्याएं खड़ी हो सकती हैं।
मिथुन :~ क, छ, घ : मिथुन राशि के जातकों के चतुर्थ भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। यह भाव आपके परिवार का होता है इसलिए सूर्य के इस गोचर के दौरान आपको अपने माता पिता का विशेष ध्यान रखना होगा। खासकर पिता के स्वास्थ्य पर इस गोचर का बुरा असर पड़ सकता है इसलिए उनकी छोटी-मोटी बीमारी को भी नज़रअंदाज़ न करें और किसी अच्छे चिकित्सक से उनका इलाज करवाएं।
आपके भाई-बहनों को इस गोचर के दौरान फायदा हो सकता है। यदि वो नौकरी पेशा हैं तो उनकी आमदनी में वृद्धि हो सकती है। इस समय काल में मिथुन राशि के लोगों को किसी भी तरह का निवेश करने से बचना चाहिए, यदि आप कोई प्रॉपर्टी खरीदना या बेचना चाहते हैं तो इस समय रुक जाएं।
कार्यक्षेत्र में इस राशि के नौकरी पेशा लोगों की एकाग्रता में कमी देखी जा सकती है जिससे उच्च अधिकारी नाखुश होंगे। काम में मन लगाने के लिए आपको बेवजह की बातों को सोचने से बचना चाहिए। अनुभवी लोगों से ज्यादा से ज्यादा बात आपको इस दौरान करनी चाहिए, उनसे कुछ न कुछ नया सीखने को मिल सकता है। इस राशि के कुछ लोग खुद को परिवार और समाज से अलग-थलग महसूस कर सकते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे फल पाने के लिए इस राशि के विद्यार्थियों को अधिक मेहनत करनी पड़ेगी।
कर्क :~ ड, ह :कर्क राशि के जातकों के साहस और पराक्रम के तृतीय भाव में सूर्य देव का गोचर हो रहा है। यह गोचर कर्क राशि के लोगों के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा। आपके पारिवारिक जीवन की बात की जाए तो इस समय घर के लोगों का आपको पूरा सहयोग प्राप्त होगा जिससे आपके कई काम पूरे हो जाएंगे। हालांकि किसी बात को लेकर भाई-बहनों से तनाव हो सकता है इसलिए समझदारी के साथ उनके साथ बात करें और गलतफहमियों को दूर करें।
इस राशि के जातकों के आर्थिक पक्ष में भी इस गोचर के दौरान सुधार आएगा और आपको आय के नए-नए साधन प्राप्त हो सकते हैं। कार्यक्षेत्र और सामाजिक जीवन में आप अपनी वाणी से लोगों को प्रभावित कर सकते हैं। यदि कारोबार करते हैं तो वाणी के दम पर आपको कोई अच्छी डील प्राप्त हो सकती है।
इस राशि के लोगों को आय के नए-नए स्रोत इस समय काल में प्राप्त होने की संभावना है। हालांकि आपको एस से अधिक काम करने से इस दौरान बचना चाहिए नहीं तो उलझनों में पड़ सकते हैं। आपने जो काम हाथ में लिया है पहले उसे अच्छी तरह से पूरा करें और उसके बाद ही कोई नया काम शुरु करें।
सिंह :~ म, ट: सिंह राशि के जातकों के द्वितीय भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। यह गोचर आपके लिए कई तरह से शुभफलदायक सिद्ध हो सकता है। सिंह राशि के जातकों में स्वाभाविक रुप से नेतृत्व करने की क्षमता होती है और आपके द्वितीय भाव में सूर्य के गोचर से इस क्षमता में और निखार आएगा। यदि आप किसी ऊंचे पद पर हैं तो अपने वाणी के दम पर अपने अधिनस्थों को प्रभावित कर सकते हैं।
इस राशि के लोग इस गोचर के दौरान अपने भविष्य को सुधारने के लिए बचत करेंगे। चूंकि सूर्य एक शुष्क ग्रह है और यह आपकी वाणी के द्वितीय घर में विराजमान इसलिए यदि कोई काम आपके मुताबिक न हुआ तो आपकी वाणी में कठोरता इस दौरान आ सकती है। इस राशि के लोगों के जीवन में आर्थिक उन्नति के इस दौरान कई मौके आ सकते हैं बस आपको इतना ख्याल रखना है कि आप अपने अहम को अपने आप पर हावी न होने दें। यदि आप अहम भाव से पीड़ित रहेंगे तो अवसरों का फायदा नहीं उठा पाएंगे।
इस समय सिंह राशि के लोगों को छोटे-मोटे निवेश से ज्यादा लोंग टर्म का कोई निवेश करना चाहिए। आपके स्वास्थ्य जीवन की बात की जाए तो, खानपान में आपको सुधार लाना होगा नहीं तो स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। अपनी आंखों का भी इस समय विशेष ध्यान रखें।
कन्या :~ प, ठ, ण
कन्या राशि के जातकों के लग्न भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। लग्न भाव से आपके चरित्र, व्यक्तित्व, स्वास्थ्य, स्वभाव आदि पर विचार किया जाता है। इस भाव में सूर्य का गोचर आपके लिए चुनौतीपूर्ण रह सकता है।
अपने स्वास्थ्य का आपको विशेष ध्यान रखना होगा। यदि आप शारीरिक श्रम ज्यादा नहीं करते तो इस दौरान शुरु कर दें सुबह के समय जल्दी उठकर व्यायाम, योग आदि करना आपके लिए अच्छा रहेगा। मानसिक परेशानियों से बचने के लिए ध्यान करें। इस समय आपके स्वभाव में भी इस दौरान चिड़चिड़ापन देखने को मिल सकता है और आपकी वाणी में कठोरता आ सकती है।
इस राशि के जातक हर काम में संपूर्णता ढूंढते हैं और इसी वजह से काम को लेकर कई बार इतने संजीदा हो जाते हैं कि आस-पास के लोगों का भी इनको ख्याल नहीं रहता, ऐसा करने से इस दौरान आपको बचना चाहिए नहीं तो रिश्ते खराब हो सकते हैं। इस राशि के लोगों के दांपत्य जीवन की बात की जाए तो किसी वजह से जीवनसाथी के साथ नोक झोंक हो सकती है जिससे परिवार का माहौल खराब हो सकता है। समस्याओं को दूर करने के लिए आपको खुलकर सबसे बात करनी चाहिए।
तुला :~ र, त : तुला राशि के जातकों के द्वादश भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। इस राशि के उन लोगों के लिए सूर्य का यह गोचर फलदायी साबित होगा जो किसी विदेशी संस्था में काम करते हैं या विदेशों से जुड़ा कोई व्यापार करते हैं।
पारिवारिक जीवन की बात की जाए तो बड़े भाई-बहनों का इस दौरान आपको सहयोग प्राप्त होगा जिसके चलते आपको फायदा हो सकता है वहीं आपके भाई-बहनों को भी उनके कार्यक्षेत्र में इस समय अच्छे फल प्राप्त होंगे। हालांकि तुला राशि वालों को अपने खर्चों पर इस अवधि में विशेष ध्यान देने की जरुरत है, बेवजह के चीजों पर धन खर्च करने से इस दौरान बचें। जमा धन को इस्तेमाल करने की नौबत आए ऐसा कोई भी काम इस दौरान न करें।
इस राशि के जो जातक शिक्षा अर्जित कर रहे हैं उनके लिए यह गोचर मध्यम फलदायी साबित होगा लेकिन जो विद्यार्थी विदेशों में जाकर ज्ञान अर्जित करना चाहते हैं उनकी कामना इस दौरान पूरी हो सकती है। स्वास्थ्य को लेकर इस राशि के लोगों को विशेष ध्यान देने की जरुरत है पेट और बायीं आंख से जुड़ी कोई समस्या हो सकती है।
वृश्चिक :~ न, य : वृश्चिक राशि के जातकों के एकादश भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। यह भाव लाभ का भाव कहलाता है और इससे आपकी कामनाओं, बड़े भाई-बहनों आदि के बारे में विचार किया जाता है। सूर्य देव का आपके एकादश भाव में होना यह इंगित करता है कि आप इस दौरान जीवन के कई क्षेत्रों में लाभ प्राप्त करेंगे।
इस राशि के जो जातक नौकरी पेशा हैं उनकी आय में इस दौरान बढ़ोत्तरी हो सकती है। वहीं व्यापारियों को भी लाभ प्राप्त करने का पूरा मौका सूर्य देव देंगे। इसके साथ ही जो जातक राजनीति के क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें भी इस गोचर के समय शुभ फल प्राप्त हो सकते हैं, आपकी बातों के जनता के द्वारा सराहा जा सकता है। वहीं इस राशि के जो लोग लंबे समय से जॉब कर रहे हैं और अब कारोबार करना चाहते हैं उनको भी इस समय नई दिशाएं मिल सकती हैं। यदि आप कारोबार शुरु करने की कोशिश में हैं तो यह समय आपके लिए सबसे शुभ साबित हो सकता है।
हालांकि इस दौरान आपको अपने गुस्से को काबू में रखना होगा। यदि ऐसा काम करते हैं जिसमें कई लोग शामिल हैं तो आपको सबके सामने खुद को सही साबित करने का प्रयास करने की बजाय अपने काम पर ध्यान देना चाहिए। याद रखें अच्छा टीम मैन वही है जो अपनी टीम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ता है। इस राशि के विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में अपने पिता का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा।
धनु :~ भ, ध,फ* : धनु राशि के जातकों के दशम भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। इस भाव में सूर्य मजबूत अवस्था में होता है और उसे दिशा बल प्राप्त होता है। सूर्य का इस भाव में गोचर धनु राशि के जातकों के लिए शुभ रहेगा। इस दौरान नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को कार्यक्षेत्र में उच्च पदों की प्राप्ति हो सकती है। इस दौरान काम के प्रति आप बहुत संजीदा रहेंगे जिससे आपके सहकर्मी भी आपसे प्रभावित होंगे।
सरकारी क्षेत्र से भी इस राशि के जातकों को लाभ होने की संभावना है। सामाजिक कामों को करने से समाज में आपका मान-सम्मान भी इस दौरान बढ़ सकता है। यदि अतीत में किसी वजह से आपको कोई काम अटक गया था तो वो भी इस दौरान आप पूरा कर सकते हैं। हालांकि इस दौरान धनु राशि के जातकों को अत्यधिक अधिकारात्मक रवैया अपनाने से बचना चाहिए यदि आप लोगों पर अधिकार जताने की कोशिश करते हैं तो लोग आपसे दूरी बना सकते हैं।
इस राशि के विद्यार्थियों के लिए यह समय अच्छा है। जो छात्र प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रहे हैं उन्हें इस क्षेत्र में सफलता मिलने के भी पूरे आसार हैं। सूर्य के इस गोचर काल में पिता के साथ आपके संबंधों में भी निखार आएगा। वहीं पिता को कोई लंबी बीमारी थी तो वो भी इस दौरान दूर हो सकती है। आपको इस गोचर काल के दौरान अत्यधिक आलोचना करने और लोगों के काम में मीन-मेख निकालने से बचना चाहिए।
मकर :~ ख, ज* : मकर राशि के जातकों के नवम भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होने जा रहा है। इस भाव से भाग्य, धर्म, चरित्र, यात्राओं आदि के बारे में विचार किया जाता है। इस गोचर काल के दौरान मकर राशि के लोगों को करियर क्षेत्र में बहुत संभलकर रहना होगा। ऐसा कोई भी फैसला इस दौरान न लें जिससे आपका भविष्य प्रभावित हो, जॉब चेंज करने की सोच रहे हैं तो इस दौरान रुक जाएं।
जो लोग बिजनेस को फैलाने के बारे में विचार बना रहे हैं उन्हें किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह लेकर आगे बढ़ना चाहिए। उच्च अधिकारियों या गरुजनों के साथ इस राशि के लोगों के मतभेद इस दौरान हो सकते हैं लेकिन आपको सलाह दी जाती है कि मर्यादाओं में रहकर अपने वरिष्ठ और गुरुजनों से बात करें।
इस दौरान आपको किसी भी तरह की यात्रा करने से बचना चाहिए सूर्य के इस गोचर के कारण आपको यात्राओं का उचित लाभ प्राप्त नहीं होगा। इस गोचर के दौरान आप घर के बड़े लोगों के साथ अच्छे से व्यवहार करें और उनकी सेवा करें तो आपको शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। स्वास्थ्य को लेकर गंभीर रहें और खुद को फिट रखने के लिए शारीरिक और मानसिक व्यायाम करें।
कुंभ :~ ग, स, श, ष* : सूर्य देव कुंभ राशि के जातकों के अष्टम भाव में गोचर करेंगे। इस भाव से जीवन में आ रही रुकावटों और बाधाओं के बारे में विचार किया जाता है। इस भाव में सूर्य के गोचर से आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है जिसकी वजह से आपकी भी चिंताएं बढ़ेंगी। इसके साथ ही आपका स्वास्थ्य भी इस समय खराब हो सकता है। आप जो भी काम कर रहे हैं उसमें इस अवधि में रुकावट आ सकती है इसलिए इस दौरान आपको धैर्य बनाकर रखना चाहिए और आशावादी रवैया अपनाना चाहिए। पारिवारिक जीवन में किसी बात को लेकर पिता से दूरी बन सकती है। यदि आप साझेदारी में व्यापार करते हैं तो कोई छोटी सी वजह साझेदार के साथ मनमुटाव का कारण बन सकती है जिसके कारण आपके कारोबार में भी घाटा हो सकता है। ऐसे में अपने साझेदार से आपको स्पष्टता से बात करने की जरुरत है। अपने आर्थिक पक्ष पर भी आपको विशेष ध्यान देने की जरुरत है इस दौरान किसी भी तरह का निवेश बहुत ही सोच-समझकर करें। इस राशि के उन विद्यार्थियों के लिए यह गोचर अच्छा रहेगा जो शोध कर रहे हैं, वहीं बाकी जातकों को इस गोचर के दौरान एकाग्रता बनाए रखने के लिए योग-ध्यान का सहारा लेना चाहिए।
मीन :~ द, च* : मीन राशि के जातकों के विवाह और साझेदारी के सप्तम भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। इस भाव में सूर्य के गोचर के चलते आपके दांपत्य जीवन में कुछ परेशानियां हो सकती हैं। आप छोटी-छोटी बातों को लेकर गुस्से में आ सकते हैं जिसके कारण आपका जीवनसाथी परेशान होगा। अपनी बातों को यदि आप स्पष्टता के साथ जीवनसाथी से शेयर करें तो कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। दांपत्य जीवन में परेशानी का सबसे बड़ा कारण यह होता है कि आप अपनी बातों को अपने तक ही सीमित रखते हैं और उन्हें साझा करने से कतराते हैं , इसलिए ऐसा न करें। आपमें गुस्से की अधिकता इस दौरान देखी जा सकती है जिसके कारण लोग आपसे दूर रहने की कोशिश करेंगे। आपके विरोधी इस दौरान आपको परेशानियों में डाल सकते हैं इसलिए सतर्क रहें। आपको इस दौरान अपनी इच्छा शक्ति पर काम करने की जरुरत है। इस राशि के कई लोगों को जरुरी फैसले लेने में इस समय दिक्कत आ सकती है। इस समय जीवन में उतार-चढ़ाव आएंगे लेकिन आपको धैर्य के साथ आगे बढ़ना होगा और हर परिस्थिति का डटकर सामना करना होगा।